Vaidik Panchang 26/04/2025

🙏🏻 हर हर महादेव🙏🏻
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️  *दिनांक – 26 अप्रैल 2025*
🌤️ *दिन –  शनिवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)*
🌤️ *शक संवत -1947*
🌤️ *अयन – उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु – ग्रीष्म ॠतु*
🌤️ *मास – वैशाख (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार चैत्र)*
🌤️ *पक्ष – कृष्ण*
🌤️ *तिथि – त्रयोदशी सुबह 08:27 तक तत्पश्चात चतुर्दशी*
🌤️ *नक्षत्र – उत्तरभाद्रपद सुबह 06:27 तक तत्पश्चात रेवती*
🌤️ *योग – वैधृति सुबह 08:42 तक तत्पश्चात विष्कंभ*
🌤️ *राहुकाल – सुबह 09:24 से सुबह 11:00 तक*
🌤️ *सूर्योदय – 06:12*
🌤️ *सूर्यास्त –  07:00*
👉 *दिशाशूल – पूर्व दिशा मे*
🚩 *व्रत पर्व विवरण- मासिक शिवरात्रि,पंचक,चतुर्दशी क्षय तिथि*
💥 *विशेष- त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
💥 *ब्रह्म पुराण’ के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- ‘मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।’ (ब्रह्म पुराण’)*
💥 *शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय।’ का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण’)*
💥 *हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)*
          🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए* 🌷
➡ *27 अप्रैल 2025 रविवार को दर्श अमावस्या एवं वैशाख अमावस्या है।*
🏡  *घर में हर अमावस अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनेर्जी चली जाएगी । अथवा खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं ।*
      🙏🏻
           🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌷 *अमावस्या* 🌷
🙏🏻 *अमावस्या के दिन जो वृक्ष, लता आदि को काटता है अथवा उनका एक पत्ता भी तोड़ता है, उसे ब्रह्महत्या का पाप लगता है  (विष्णु पुराण)*
          🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌷 *धन-धान्य व सुख-संम्पदा के लिए* 🌷
🔥 *हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।*
🍛 *सामग्री : १. काले तिल, २. जौं, ३. चावल, ४. गाय का घी, ५. चंदन पाउडर, ६. गूगल, ७. गुड़, ८. देशी कर्पूर, गौ चंदन या कण्डा।*
🔥 *विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवनकुंड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये देवताओं की १-१ आहुति दें।*
🔥 *आहुति मंत्र* 🔥
🌷 *१. ॐ कुल देवताभ्यो नमः*
🌷 *२. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः*
🌷 *३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः*
🌷 *४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः*
🌷 *५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः*

🔥भक्तियोग क्या है ?

👉🏻 “भक्तियोग” में स्वभाव स्नेह सद्भाव से सना हुआ रखना पड़ता है। भक्ति ईश्वर की या देवता की करते लोग देखे जाते हैं पर यह नहीं समझ पाते कि ईश्वर या देवता की भक्ति का वास्तविक स्वरूप क्या है? प्रत्यक्ष ब्रह्म यह विराट् विश्व ही है उसी की सेवा साधना से भक्ति चरितार्थ हो सकती है। देवता प्रतिमा को नहीं देवत्व को कहते हैं। प्रतिमा तो उसका प्रतीक चिह्न मात्र है। उसे धूप, दीप, नैवेद्य, अक्षत, पुष्प चढ़ा देने भर से देवत्व का परिपोषण कहाँ हुआ ? वह तो सत्प्रवृत्तियों के परिपोषण अभिवर्धन में ही बन पड़ता है।भक्ति का अर्थ है सेवा,भजन ‘भज’ धातु से बनता है उसका अर्थ पुण्य-परमार्थ ही हो सकता है। इस निमित्त मन को ढालने के लिए जप, कीर्तन सहायक हो सकते हैं। किन्तु इतने भर से ही देवता की अनुकम्पा नहीं मिल सकती और न अन्तःकरण में आनन्द उल्लास का उद्भव हो सकता है। भक्ति की नवधा क्रिया पद्धति में प्रतिमा का पूजा अर्चा के लिए मनुहार, उपहार भर पर्याप्त नहीं। देवत्व आत्मा है और देव प्रतिमा उसका प्रतीक चिह्न। प्रतीक बालबोध के निमित्त विनिर्मित किये जाते हैं। उन्हें देखकर मूल तत्व का स्मरण उसी प्रकार किया जाता है जैसे कि चित्र को देखकर किसी हितेषी संबन्धी का स्मरण हो आता है। चित्र देख कर उल्लसित होने में मूल व्यक्ति के प्रति अपनी स्मृतियों में समाविष्ट स‌द्भावना को सजीव करना है। देवता कोई व्यक्ति नहीं है। आदशों को ही देव कहते हैं जो उत्कृष्ट आदर्शवादिता करता है वही देव उपासक है। जिसके मन में यह भ्रम समाया हुआ है कि अमुक प्रतिमा का दर्शन पूजन करने भर से उचित अनुचित मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं वे नितान्त भ्रम में हैं। ऐसी कल्पना करना तो देवता को चापलूसी और रिश्वत का भुक्कड़ ठहराया जायगा और उसे पक्षपाती कहा जायगा। देवता न्याय, विवेक और औचित्य को ध्यान में रखकर ही किसी पर प्रसन्न होते और अनुकम्पा करते हैं। वे पूजा उपचार के आधार पर किसी से नाता नहीं जोड़ते और न अनुग्रह करते हैं। भक्ति का सीधा अर्थ है स्नेह, सद्भाव। वह सर्वप्रथम अपने कर्तव्यों और दायित्वों में किया जाता है। इसके अतिरिक्त लोक मंगल और सत्प्रवृत्ति-संवर्धन को ध्यान में रखा जाता है। इन प्रसंगों में किया गया पुण्य परमार्थ ही वास्तविक भक्ति है। इन प्रयोजनों के लिए शौर्य, पराक्रम, साहस का भी प्रदर्शन करना पड़ता है और आवश्यकता पड़ने पर अनीतियों, कुरीतियों से संघर्ष भी करना पड़ सकता है। भक्ति का दायरा इतना ही विस्तृत है। मात्र भावावेश या चापलूसी अपनाने से उसकी पूर्ति नहीं हो सकती। छुटपुट उपहार प्रस्तुत करना भी भक्ति नहीं है। उसके लिए आत्म परिष्कार और लोक मंगल के लिए उदारता और सेवा साधना करने की आवश्यकता पड़ती है।

✍️पं. श्रीराम शर्मा आचार्य
अखंड ज्योति नवंबर १९८८ पृष्ठ १०



          🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

अप्रैल 2025 में पंचक 23 अप्रैल, बुधवार को रात 12:31 बजे से शुरू होकर 27 अप्रैल, रविवार को दोपहर 3:39 बजे तक रहेगा.

🙏🏻🌷💐🌸🌼🌹🍀🌺💐🙏🏻

जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभ आशीष
26 को जन्मे व्यक्ति धीर गंभीर, परोपकारी, कर्मठ होते हैं। दिनांक 26 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 8 होगा। यह ग्रह सूर्यपुत्र शनि से संचालित होता है। आप भौतिकतावादी है। आप अद्भुत शक्तियों के मालिक हैं। आप अपने जीवन में जो कुछ भी करते हैं उसका एक मतलब होता है। आपकी वाणी कठोर तथा स्वर उग्र है। आपके मन की थाह पाना मुश्किल है। आपको सफलता अत्यंत संघर्ष के बाद हासिल होती है। कई बार आपके कार्यों का श्रेय दूसरे ले जाते हैं।

शुभ दिनांक : 8, 17, 26

शुभ अंक : 8, 17, 26, 35, 44

शुभ वर्ष :2027, 2042

ईष्टदेव : हनुमानजी, शनि देवता


शुभ रंग : काला, गहरा नीला, जामुनी

जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल :
व्यापार-व्यवसाय की स्थिति उत्तम रहेगी। नौकरीपेशा व्यक्ति प्रगति पाएंगे। सभी कार्यों में सफलता मिलेगी। जो अभी तक बाधित रहे है वे भी सफल होंगे। बेरोजगार प्रयास करें, तो रोजगार पाने में सफल होंगे। राजनैतिक व्यक्ति भी समय का सदुपयोग कर लाभान्वित होंगे। शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे, स्वास्थ्य की दृष्टि से समय अनुकूल ही रहेगा।



मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन भी विपरीत फलदायक बना है लेकिन आज कल की तुलना में कुछ राहत भी मिलेगी। दिन के पूर्वार्ध से ही किसी विशेष कार्य को लेकर चिंतित रहेंगे मध्यान तक मन दुविधा में रहेगा हानि के डर से कार्य करने का मन नहीं करेगा। निवेश करनी भी घबराएंगे। संध्या से स्थिति में सुधार आने लगेगा। छूट पुट अशुभ समाचार भी मिलेंगे लेकिन घबराए ना। आगे से समय आपके पक्ष में बनने लगेगा। खराब समय में मिला अनुभव आगे के लिए सुधार लाएगा। धन लाभ की आशा आज ना रखें। खर्च चलाने के लिये भी किसी से मांगने अथवा संचित कोष से निकालने पड़ेंगे। कार्य स्थल पर किसी से अथवा परिजनो के हाथ टूट फुट या किसी अन्य रूप में नुकसान होगा बौखलाहट से बचें। संबंध खराब होने पर वापस सामान्य होने में काफी समय लग सकता है।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन भी आपके लिये लाभदायक रहने वाला है दिन के आरंभ में घर मे किसी से व्यर्थ की बात पर उलझेंगे लेकिन मध्यान के बाद स्वभाव में गंभीरता आएगी फिर भी सहकर्मी आपसे व्यवहार करने में संकोच करेंगे जिससे कार्य क्षेत्र पर आपसी तालमेल की कमी रहेगी। कार्य व्यवसाय में आज सोची गई योजना संध्या तक ही फलीभूत होगी पर धन लाभ आज पुरानी योजना अथवा संग्रह से ही होगा। सामाजिक क्षेत्र पर ठाट बाट का जीवन सामान्य वर्ग से दूरी बनाएगा लेकिन आज आप दिखावे में ही रहना अधिक पसंद करेंगे। घर के सदस्य भी मतलब से आपका समर्थन करेंगे पर बुजुर्ग वर्ग से किसी बात को लेकर ठनेगी। लंबी यात्रा की योजना बनेगी निकट भविष्य में इसपर खर्च भी करना पड़ेगा। संध्या बाद शरीर दुखने की शिकायत होगी।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आप अपने बुद्धि चातुर्य से हर जगह सम्मान पाएंगे मेहनत भी आज अन्य दिनों की तुलना में अधिक करनी पड़ेगी लेकिन बीच-बीच में प्रसंशा मिलने से अखरेगा नहीं। आर्थिक लाभ को लेकर दिन के आरंभ से कयास लगाएंगे मध्यान से रुक रुक कर होने की संभावना है पर मन अधिक पाने की लालसा में शांत नहीं रहेगा। व्यावसायिक कारणों से छोटी बड़ी यात्रा भी हो सकती है इससे भी कुछ न कुछ लाभ ही होगा। सहकर्मी अपना मतलब साधने के लिये आपसे मीठा व्यवहार करेंगे लेकिन किसी के आगे ज्यादा समर्पित भी ना हो अन्यथा अपने काम मे देरी होगी। घरेलू वातावरण अन्य दिनों की तुलना में शांत नजर आएगा लेकिन महिलाओ के मन में अंदर ही अंदर उथल पुथल चलेगी। सेहत मध्यान तक ठीक रहेगी इसके बाद कमर दर्द या जोड़ो में दर्द की शिकायत होगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन आपका ध्यान एक साथ दो कार्यो से लाभ उठाने पर रहेगा धन की आमद तो आज अवश्य ही होगी लेकिन एक समय मे एक ही कार्य हाथ लेने से दुविधा में पड़ने से बचेंगे। दिन के आरंभ में विविध उलझने मानसिक रूप से परेशान करेंगी लेकिन मध्यान के समय कही से लाभदायक समाचार मिलने से राहत मिलेगी कार्यों के प्रति उत्साह भी बढ़ेगा। आज नीति को छोड़ अनैतिक मार्ग से लाभ की संभावनाए अधिक रहेंगी प्रलोभन के कारण इनका विचार नही करेंगे। व्यवहारिकता आज कम ही रहेगी वाणी में रूखापन रहेगा जिससे नए बने संबंधों में खटास आएगी। कामुकता अधिक रहने कनकार्न परिजनों के आगे शर्मिंदा हो सकते है। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन प्रतिकूल रहेगा पूर्व में बरती लापरवाही के कारण सेहत में विकार आने से प्रातः काल से ही अनमने से रहेंगे कार्य करने का मन करेगा लेकिन उत्साह की कमी हर कार्य मे विलंब कराएगी। नौकरी पेशाओ को आज अधिक कष्ट होगा सहकर्मियो से मतभेद के कारण सहयोग नही मिलेगा स्वयं ही सभी कार्य करने पड़ेंगे अवकाश भी ले सकते है। व्यवसायी वर्ग मध्यान तक थोड़ा बहुत लाभ कमा लेंगे लेकिन इसके बाद सेहत का साथ ना मिलने से अधिकांश कार्य अधूरे रह जाएंगे। धन की आमद रुक रुक कर होने से थोड़ी राहत में रहेंगे। घर मे आज किसी न किसी के बीमार रहने से दवाओं का खर्च बढ़ेगा घर मे भी अव्यवस्था पनपेगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन शुभफलदायक रहेगा। घर में माता अथवा अन्य स्त्री से संबंधों में कटुता आएगी। परिजनों से आज किसी न किसी बात पर मतभेद ही रहेंगे फिर भी अन्य क्षेत्र पर आपकी छवि भद्र इंसान के रूप में बनेगी स्वभाव में भी व्यवहारिकता रहने से किसी को निराश नही करेंगे अपने कार्य छोड़ अन्य लोगो की समस्या सुलझाने में तत्पर रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर आर्थिक उलझने बनेगी धन की कमी के कारण बनी बनाई योजना अधर में रह सकती है। उधारी वाले व्यवहार चुकाने में संचित कोष में कमी आएगी। मध्यान तक ज्यादा परिश्रम करने से बचेंगे पर एक बार धन लाभ होने पर लालच बढेगा। संध्या के आस पास काम चलाऊ धन की आमद हो जाएगी। संध्या बाद परिजनों की समस्या परेशान करेंगी सुलझाने की जगह टालने के प्रयास करेंगे। थकान को छोड़ सेहत ठीक ही रहेगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आपको अनुकूल फल मिलेंगे आपका ध्यान भविष्य को सुरक्षित बनाने पर रहेगा। आर्थिक कार्यो में रुचि अधिक रहेगी मन मे धन संबंधित तिकडम लगी रहेगी। कार्य व्यवसाय में दोपहर तक भागदौड़ के बाद धन की आवक होने लगेगी जो कि संध्या बाद तक रुक रुक कर होती रहने से आर्थिक पक्ष मजबूत बनेगा। अपने कार्य आज स्वयं करने का प्रयास करें अन्य के ऊपर थोपने से क्लेश हो सकता है। घर का वातावरण अशांत रहेगा भाई बंधुओं से अहम को लेकर तकरार अथवा बोलचाल में कमी आएगी। पति-पत्नी में भी कुछ न कुछ नोकझोंक लगी रहेगी फिर भी स्थिति गंभीर नही हो पाएगी। स्वयं अथवा परिजनों की सेहत को लेकर खर्च होगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आप अपनी विद्या बुद्धि से असम्भव को संभव करने में सफल रहेंगे आज जिस कार्य को करने के लिये सभी मना करेंगे आपको वही करने में आनंद आएगा। कार्य व्यवसाय में अनुकूल वातावरण मिलेगा सहकर्मियो का अड़ियल रवैया कुछ समय के लिये परेशानी में डालेगा फिर भी अपने दम पर कार्यो को रुकने नही देंगे हाथ आये सौदों से हर हाल में लाभ उठाकर ही मानेंगे। भाग्य का साथ भी रहने से किसी भी कार्य को बनाने में ज्यादा मशक्कत नही करनी पड़ेगी। धन की आमद आशा से कम ही रहेगी। आज किसी घर अथवा व्यावसाय के कारण जमा पूंजी से खर्च करना पड़ेगा। संध्या के समय मन मे बेचैनी रहेगी फिर भी दिन भर की गतिविधियों से संतोष होगा। संतान की सेहत अथवा अन्य कारणों से परेशानी होगी।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन आप किसी मुसीबत से बचने के लिये धर्म का सहारा लेंगे मन मे आध्यात्मिक भाव रहेंगे लेकिन स्वार्थ सिद्धि मात्र ही। पूजा पाठ तंत्र टोटको पर दिन का कुछ समय और धन खर्च होगा लेकिन मन मे अज्ञात भय रहने से मानसिक शांति नही मिल पाएगी। कार्य क्षेत्र पर लेन देन को लेकर किसी से उलझने की संभावना है व्यवसाय की गति आज धीमी रहेगी जहां लाभ की संभावना होगी वहां सहयोग की कमी रहेगी। लोग आपको आश्वासन देंगे पर वक्त पड़ने पर अपनी बात से पलट जाएंगे। गृहस्थ में भी आज उतार चढ़ाव लगा रहेगा स्त्री संताने जिस कार्य को करने से बचना चाहिये उसे कर घर के बड़ो को नाराज करेंगे। सेहत ठीक रहेगी फिर भी घरेलू कार्यो में अरुचि दिखाएंगे।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आप अपने पराक्रम से लाभ कमाएंगे। आज जहां से कोई उम्मीद नही रहेगी वहां से भी कुछ ना कुछ प्राप्त कर लेंगे। कार्य क्षेत्र का वातावरण अस्त व्यस्त रहेगा सांझेदारो से अनबन होने की संभावना है परन्तु आज एकल व्यवसाय अथवा पैतृक कार्य से अधिक लाभ होगा। संचित धन में वृद्धि होगी भविष्य के लिए भी नई योजना बनाएंगे। घर मे संपत्ति को लेकर विवाद हो सकता है अपना पक्ष रखने से पहले अन्य लोगो की राय जाने इसके बाद ही कोई निर्णय ले। पिता से काम निकालना आसान नही रहेगा इसलिये माता से मधुर संबंध रखे किसी न किसी रूप में अवश्य लाभ होगा। सेहत में आज कुछ न कुछ गड़बड़ लगी रहेगी खाने पीने में विशेष सावधानी रखें पेट की समस्या अन्य बीमारियों को जन्म देगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन मिलाजुला फल देगा आज भी दिन के आरंभ में घर मे पुराने विवाद के कारण परिजनों से मतभेद उभरेंगे लेकिन बीते कल की तुलना में आज धर्य रहने से इससे बचने का प्रयास करेंगे किसी की बातों का प्रतिशोध नही लेंगे लेकिन मन ही मन दुखी रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धा अधिक रहेगी जिससे सोची हुई योजना को फलीभूत करना आज सम्भव नही होगा फिर भी व्यवहार बनाये रखे अन्यथा कोई अन्य लाभ उठा लेगा। जमीन संबंधित कोई भी कार्य आज ना करें हासिल कुछ नही होगा ऊपर से व्यर्थ दुश्मनी बढ़ेगी। संध्या के समय भाग्य का साथ मिलने से आकस्मिक धन लाभ होगा। आर्थिक परेशानी से बचने के लिये दैनिक खर्च में मितव्ययता बरते। महिला वर्ग आज अंदर से जली भुनी रहेंगी इनसे व्यर्थ बोलने से बचे। पति-पत्नी दोनों एक ही समस्या से ग्रस्त रहेंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपके लिए शानदार रहेगा आज आपकी मानसिकता सुखोपभोग की वस्तुओं के संग्रह की रहेगी इसपर खर्च भी करेंगे लेकिन भविष्य को ध्यान में रखकर ही चले। कार्य व्यवसाय से दिन के आरंभ में ज्यादा आशा नही रहेगी लेकिन मध्यान के आस-पास आकस्मिक लाभ होने से मन मे लोभ आएगा। व्यवसायी वर्ग व्यवसाय में निवेश करेंगे निकट भविष्य में लाभदायक रहेगा पर आज धन की आमद सामान्य से भी कम ही रहेगी। नौकरी करने वाले कार्य क्षेत्र पर अपनी प्रशंसा कराने के चक्कर मे मूर्खता का परिचय देने पर हास्य के पात्र बन सकते है स्वाभाविक कार्य करें यही आपके लिये ठीक रहेगा। घर के कुछ सदस्य किसी महंगी वस्तु को पाने की जिद करेंगे जबकि कुछ इसके विरोध में रहेंगे जिससे वातावरण थोड़ी देर के लिये अशांत बनेगा। आरोग्य बना रहेगा।

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“Every sunset is an opportunity to reset. Every sunrise begins with new eyes.”

~ Richie Norton