🙏🏻 हर हर महादेव🙏🏻
🌞~ आज का वैदिक पंचांग ~🌞
⛅दिनांक – 14 जनवरी 2025
⛅दिन – मंगलवार
⛅विक्रम संवत् – 2081
⛅अयन – उत्तरायण
⛅ऋतु – शिशिर
⛅मास – माघ
⛅पक्ष – कृष्ण
⛅तिथि – प्रतिपदा प्रातः 03:21 जनवरी 15 तक, तत्पश्चात द्वितीया
⛅नक्षत्र – पुनर्वसु प्रातः 10:17 तक तत्पश्चात पुष्य
⛅योग – विषकम्भ रात्रि 02:59 जनवरी 15 तक तत्पश्चात प्रीति
⛅राहु काल – दोपहर 03:32 से शाम 04:53 तक
⛅सूर्योदय – 07:26
⛅सूर्यास्त – 06:09
⛅दिशा शूल – उत्तर दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:38 से 06:30 तक
⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:27 से दोपहर 01:11 तक
⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:23 जनवरी 15 से रात्रि 01:15 जनवरी 15 तक
⛅ व्रत पर्व विवरण – मकर संक्रांति (पुण्यकाल प्रातः 09:03 से सूर्यास्त तक), उत्तरायण, ऋषि दर्शन जयंती, पोंगल
⛅विशेष – प्रतिपदा को कुष्माण्ड (कुम्हड़ा, पेठा) न खायें क्योंकि यह धन का नाश करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
मकर संक्रांति पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं🌹🚩🌹
👉🏻 मकर संक्रांति के दिन यहा दीपक जरूर जलाए होगी धन धान्य की वृद्धि और सभी ग्रह रहेगे अनुकूल
🌷 उत्तरायण / सूर्य मंत्र 🌷
🙏🏻 इसका जप करें । वो ब्रह्मवेत्ता महाव्याधि और भय, दरिद्रता और पाप से मुक्त हो जाता है ।
🌞 सूर्य देव का मूल मंत्र है —
🌷 ॐ ह्रां ह्रीं सः सूर्याय नमः ।
🙏🏻 ये पद्म पुराण में आता है ….
🌞 सूर्य नमस्कार करने से ओज, तेज और बुद्धि की बढोत्तरी होती है |
🌷 ॐ सूर्याय नमः ।
🌷 ॐ रवये नमः ।
🌷 ॐ भानवे नमः ।
🌷 ॐ खगाय नमः ।
🌷 ॐ अर्काय नमः ।
🙏🏻 सूर्य नमस्कार करने से आदमी ओजस्वी, तेजस्वी और बलवान बनता है इसमें प्राणायाम भी हो जाते हैं ।
💥 विशेष -14 जनवरी 2025 मंगलवार को मकर संक्रांति (पुण्यकाल : सुबह 09:03 से सूर्यास्त तक ) है ।
👉🏻 माघ मास मे इतना जरूर करले
🌷 स्वास्थ्य सुरक्षा की सुव्यवस्था 🌷
➡ 14 जनवरी 2025 मंगलवार को (पुण्यकाल सुबह 09:03 से सूर्यास्त तक) मकर संक्रान्ति (उत्तरायण) है।
🙏🏻 मकर संक्रान्ति के दिन तिल गुड़ के व्यंजन और चावल में मूंग की दाल मिलाकर बनाई गई खिचड़ी का सेवन ऋतु-परिवर्तनजन्य रोगों से रक्षा करता है । इनका दान करने का भी विधान है ।
🙏🏻 मकर संक्रान्ति पर्व पर तिल के उपयोग की महिमा पर शास्त्रीय दृष्टि से प्रकाश डालते हुए पूज्य बापूजी कहते हैं : ‘’जो मकर संक्रांति में इन छह प्रकारों से तिलों का उपयोग करता है वह इहलोक और परलोक में वांछित फल पाता है – तिल का उबटन, तिलमिश्रित जल से स्नान, तिल-जल से अर्घ, तिल का होम, तिल का दान और तिलयुक्त भोजन । किंतु ध्यान रखें – रात्रि को तिल व उसके तेल से बनी वस्तुएं खाना वर्जित है ।
मकर संक्रांति स्नान का महत्व
मकर संक्रांति स्नान माघ के पहले दिन है. माघ माह में प्रयागराज के संगम में स्नान करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और जीवन के अंत में मोक्ष मिलता है. यदि आप प्रयागराज के संगम में स्नान नहीं कर पाएं तो आप घर पर ही स्नान कर लें और उसका पुण्य प्राप्त करें।

मकर संक्रांति 2025 स्नान विधि
- मकर संक्रांति के दिन आप महा पुण्य काल में नहाने के पानी में गंगाजल की कुछ बूंदें डाल दें।
- उसके बाद उस पानी में थोड़ा सा काला तिल मिल भी मिला लें. मकर संक्रांति पर काले तिल के उपयोग का विशेष महत्व होता है।
- अब आप गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति। नर्मदे सिन्धु कावेरी जलऽस्मिन्सन्निधिं कुरु।। या ॐ अपवित्र: पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोपि वा। य: स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स: बाह्याभंतर: शुचि:।। मंत्र का उच्चारण करते हुए स्नान करे।
- यदि आप मंत्र नहीं पढ़ सकते हैं तो मां गंगे का स्मरण करके स्नान करें और उनसे प्रार्थना करें कि जाने या अनजाने में किए गए पापों से आपको मुक्ति प्रदान करें।
- मां गंगा ने भगीरथ के 60 हजार पूर्वजों को मोक्ष प्रदान किया था. मां गंगा के स्पर्श से आपके पाप मिट जाएंगे और आपको भगवान विष्णु का भी आशीर्वाद प्राप्त होगा।
स्नान उपरांत दान भी करना चाहिए…
स्नान के बाद सूर्य देव की पूजा करें और उनको जल अर्पित करें. फिर काले तिल, गुड़, खिचड़ी, गरम कपड़े आदि का दान करें।
इस वर्ष 14 जनवरी को प्रातः काल (8.56)में सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करेंगे इसी लिए इसे सूर्य की मकर संक्रांति कहते हैं। यहां सूर्य 14 जनवरी 2025 को प्रातः काल मकर राशि में प्रवेश करेंगे अतः पुण्य काल14 जनवरी को माना जायेगा इसी कारण इस साल मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाएगी। वैसे तो पुण्यकाल सूर्योदय उपरांत दिन भर चलेगा पर प्रथम प्रहर संक्रांति काल उपरांत इस प्रयोजन हेतु श्रेष्ठ माना गया है। मकर संक्रांति के दिन स्नान और दान करने का बहुत महत्व. इस दिन तिल गुड़ खाना और तिल का दान काकरना सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है. मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन किया गया दान इस जीवन में तो सुख समृद्धि लाता है, बल्कि कई जन्मों तक इसका पुण्य फल मिलता है।
1-तिल का दान : मकर संक्रांति को तिल संक्रांति भी कहा जाता है. इस दिन तिल का दान करना बहुत लाभ देता है. इससे शनि दोष दूर होता है. इसके अलावा इस दिन भगवान विष्णु, सूर्य और शनि देव की पूजा भी करनी चाहिए।
2-कंबल का दान: मकर संक्रांति के दिन गरीब व्यक्ति को कंबल का दान करें. इससे राहु दोष दूर होता है. गरीब, असहाय, जरूरतमंद लोगों को काले रंग के कंबल का दान करें।
3-गुड़ का दान: गुड़ को गुरु ग्रह से जोड़ा गया है. मकर संक्रांति गुरुवार के दिन पड़ रही है इसीलिए इस दिन गुड़ का दान करना कुंडली में गुरु ग्रह को मजबूत करेगा और जीवन में सौभाग्य, सुख-समृद्धि देगा।
4-खिचड़ी का दान: मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी बनाने का बहुत महत्व है. इसलिए इसे खिचड़ी पर्व भी कहा जाता है. मकर संक्रांति की खिचड़ी में चावल, उड़द की दाल और हरी सब्जियों का उपयोग किया जाता है, ये चीजें शनि, बुध, सूर्य और चंद्रमा से जुड़ी हुई हैं. इस दिन खिचड़ी खाना और दान करना इन सभी ग्रहों की कृपा दिलाता है।
5-घी का दान: मकर संक्रांति के दिन घी का दान करना भी बहुत शुभ माना जाता है क्योंकि घी को सूर्य और गुरु ग्रह से जोड़कर देखा जाता है. मकर संक्रांति का पर्व सूर्य की आराधना का पर्व है और इस साल यह सोमवार के दिन पड़ रही है पर संक्रमण रविवार रात्रि से है ऐसी स्थिति में घी का दान करने से कुंडली में सूर्य और गुरु ग्रह मजबूत होंगे. यह दोनों ग्रह जीवन में सफलता सुख समृद्धि और मान सम्मान दिलाते हैं।
आईये जानते है मकर संक्रांति के दिन तिल खाने की परंपरा क्यों है ?
- मकर संक्रांति का त्योहार पूरे भारत में मनाया जाता है भले ही अलग-अलग प्रांतों में इसके नाम अलग हों और इसकी मान्यताएं अगल हों।
- लेकिन कुछ चीजें इस त्योहार से ऐसे जुड़ी हैं जिन्हें पूरा देश मानता है और वह है मकर संक्रांति के दिन प्रातः स्नान दान और तिल का सेवन।
- इस दिंन लोग नए चावल से बनी खिचड़ी और तिल से बनी चीज जरूर खाते हैं।
आइये जानें इसके पीछे क्या कारण है। - मकर संक्रांति के अवसर पर तिल के दान और तिल से बनी चीजों को खाने की परंपरा के पीछे क्या कारण है इसका उल्लेख श्रीमद्भागवत एवं देवी पुराण में मिलता है।
- शनि् महाराज का अपने पि्ता से वैर भाव था क्योंकि् सूर्य देव ने उनकी माता छाया को अपनी दूसरी पत्नी संज्ञा के पुत्र यमराज से भेद-भाव करते देख लि्या था इससे नाराज होकर सूर्य देव ने संज्ञा और उनके पुत्र शनि को अपने से अलग कर दिया था।
- इससे शनि और छाया ने सूर्य देव को कुष्ठ रोग का शाप दे दिया।
- पिता सूर्यदेव को कुष्ट रोग से पीड़ित देखकर यमराज ने तपस्या किया और सूर्यदेव को कुष्ठ रोग से मुक्त करवा दिया। लेकिन सूर्य ने क्रोधित होकर शनि महाराज के घर कुंभ जिसे शनिे की राशि कहा जाता है उसे जला दिया।
- इससे शनि और उनकी माता छाया को कष्ठ भोगना पड़ रहा था। यमराज ने अपनी सौतली माता और भाई शनि को कष्ट में देखकर उनके कल्याण के लिए पिता सूर्य को काफी समझाया तब जाकर सूर्य देव शनि के घर कुंभ में पहुंचे। कुंभ राशि में सब कुछ जला हुआ था।
- उस समय शनि देव के पास तिल के अलावा कुछ नहीं था इसलिए उन्होंने काले तिल से सूर्य देव की पूजा की।शनि की पूजा से प्रसन्न होकर सूर्य देव ने शनि को आशीर्वाद दिया कि शनि का दूसरा घर मकर राशि मेरे आने पर धन धान्य से भर जाएगा।
- तिल के कारण ही शनि को उनका वैभव फिर से प्राप्त हुआ था इसलिए शनि देव को तिल प्रिय है। इसी समय से मकर संक्राति पर तिल से सूर्य एवं शनि की पूजा का नियम शुरू हुआ।
- इस दिन तिल से सूर्य पूजा करने पर आरोग्य सुख में वृद्धि होती। शनि के अशुभ प्रभाव दूर होते हैं तथा आर्थिक उन्नति होती है शनि देव की पूजा से प्रसन्न होकर सूर्य देव ने शनि महाराज को आशीर्वाद दिया कि जो भी व्यक्ति मकर संक्राति के दिन काले तिल से सूर्य की पूजा करेगा उसके सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाएंगे।
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं पाताले च धनागमः।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्व कार्य विनाशिनि
गुरु में विश्वास….
संतों की सेवा और आज्ञा का पालन करने का प्रभाव यदि शीघ्र न दिखे तो निराश नही होना, जन्मों – जन्मों के संस्कार मिटने में समय तो लगता है । यह जल्दबाजी का काम नहीं ।
सद्गुरु का मिलाप, सद्गुरू का दर्शन, सद्गुरु का सत्संग, मंत्र की दीक्षा और भजन – ध्यान की कमाई ये ऊँचे भाग्य का नतीजा है । नही तो मंत्र तो मिला पर कमाई नही की सुमिरन ध्यान किया ही नहीं तो इससे क्या फायदा ?
श्रद्धा माने गुरू में विश्वास। श्रद्धा माने अपने पवित्र आचार्य एवं महात्माओं के कथन, वाणी, कार्यों, लेखन एवं उपदेशों में विश्वास। आचार्य प्रमाण के रूप में जो कहें उसमें अन्य कोई प्रमाण की परवाह किये बिना दृढ़ विश्वास रखना उसका नाम है श्रद्धा।
गुरु में सम्पूर्ण श्रद्धा रखें और अपने आपको पूर्णतः गुरू के शरण में ले जाओ। वे आपकी निगरानी करेंगे। इससे सब भय, अवरोध एवं कष्ट पूर्णतः नष्ट होंगे।
सदगुरु में दृढ़ श्रद्धा आत्मा की उन्नति करती है, हृदय को शुद्ध करती है और आत्म-साक्षात्कार की ओर ले जाती है। गुरु के उपदेशों में सम्पूर्ण श्रद्धा रखना यह शिष्यों का सिद्धान्त होना चाहिए।
गुरु के आदेशों में शंका नहीं करना या उनके पालन में आलस्य नहीं करना यही गुरु के प्रति सच्ची आज्ञाकारिता है। गुरु की आज्ञा का पालन सब कार्यों में सफलता की जननी है।
गुरु जो आज्ञा करें वह काम करना और मना करें वह काम न करना यही गुरु के प्रति सच्ची आज्ञाकारिता है।
दंभी शिष्य गुरु की आज्ञा भय के कारण मानता है। सच्चा शिष्य प्रेम के खातिर शुद्ध प्रेम के खातिर गुरु की आज्ञा का पालन करता है।
शिष्य का प्रथम पाठ है गुरु के प्रति आज्ञाकारिता। भलाई की एक नदी है जो ईश्वर के चरणकमलों में से निकलती है और गुरु के आज्ञापालन के मार्ग से बहती है
हमें कर्मों का फल नहीं बल्कि कर्म के पीछे के भावों का फल मिलता है।
1👉 आपने हर किसी से सुना होगा कि अच्छे कर्म करो फल अच्छा मिलेगा, बुरा कर्म करोगे तो फल भी बुरा मिलेगा ।
सही बात है लेकिन हमें कर्मों का नहीं अपितु भावों का फल मिलता है।
आइए इस सिद्धान्त को समझने का प्रयास करते हैं।
2👉 फल हमें भावों का मिलता है ना कि कर्मों का, कर्म तो सिर्फ परिणाम तक पहुंचने का साधन मात्र है ।
ईश्वर मन को नोट कर रहा है ना कि शरीर को, शरीर से आप क्या करते हैं-ईश्वर को कोई मतलब नहीं है। बल्कि आपके मन में क्या चल रहा है, ईश्वर वह नोट कर रहा है।
शरीर तो वही करेगा जैसा मन उसे चलाएगा।
3👉 भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को 700 श्लोक की गीता सुनाकर भाव ही तो बदले, कहां वह कह रहा था कि ब्रह्म हत्या का पाप लगेगा और पुरी गीता ध्यान से सुनने के बाद कहता है “नष्टो मोहः स्मृतिर्लब्धा” ।
मेरा मोह नष्ट हो गया अब मैं युद्ध करुंगा। कहां उसे अपने पूर्व भावों की वजह से ‘ब्रह्म हत्या’ का पाप लगता परन्तु अब तो ‘धर्म की रक्षा’ का पुण्य मिलेगा और मिला भी क्योंकि भाव बदल गए तो परिणाम बदल गए, लेकिन कर्म वही रहा।
4👉 अगर कोई बीच सड़क पर लोगों पर लाठी चलाएगा तो क्या होगा ?
शायद पुलिस पकड़ ले जाए, शायद एक दिन जेल में भी डाल दे।
पर अगर यही काम कोई पुलिस वाला करे, तो उसे जेल में नहीं डालेंगे बल्कि मेडल से नवाजा जाएगा। अब कर्म तो एक ही किया लाठी चार्ज का, पर एक को मेडल और एक को जेल ?
क्योंकि कर्म के पीछे भाव अलग अलग थे, एक का भाव हिंसा को कम करने का था तथा दूसरे का हिंसा फैलाना।
5👉 व्रत उपवास में भी हम कर्म एक ही करते हैं – भूखा रहने या भूख सहन करने का, पर भाव अथवा उद्देश्य अलग-अलग होने से फल अलग-अलग मिलता है, वैभव लक्ष्मी में लक्ष्मी की प्राप्ति, करवाचौथ में पति की लम्बी आयु, 16 सोमवार अच्छे पति के लिए आदि आदि ।
सभी व्रतों में कर्म एक ही है भूखा रहने का, पर भाव अलग-अलग होने के कारण फल अलग-अलग मिलता है ।
कर्म तो फल तक पहुंचने का एक मात्र साधन है । भिखारी को खाना ना मिले तो दो- तीन दिन तक भूखा रहता है – उसे तो किसी फल की प्राप्ति नहीं होती क्योंकि उसके भूखे रहने के पीछे कोई भाव नहीं है।
इस प्रकार अलग-अलग भाव होने से फल भी अलग-अलग मिलता है, चाहे कर्म समान ही हो
जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभाशीष
आप बेहद भाग्यशाली हैं कि आपका जन्म 14 को हुआ है। ऐसे व्यक्ति अधिकांशत: मितभाषी होते हैं। कवि, कलाकार, तथा अनेक विद्याओं के जानकार होते हैं। आपमें गजब की आकर्षण शक्ति होती है। आपमें लोगों को सहज अपना बना लेने का विशेष गुण होता है। 14 का अंक आपस में मिलकर 5 होता है। 5 का अंक बुध ग्रह का प्रतिनिधि करता है।
अनजान व्यक्ति की मदद के लिए भी आप सदैव तैयार रहते हैं। आपमें किसी भी प्रकार का परिवर्तन करना मुश्किल है। अर्थात अगर आप अच्छे स्वभाव के व्यक्ति हैं तो आपको कोई भी बुरी संगत बिगाड़ नहीं सकती। अगर आप खराब आचरण के हैं तो दुनिया की कोई भी ताकत आपको सुधार नहीं सकती। लेकिन सामान्यत: 14 तारीख को पैदा हुए व्यक्ति सौम्य स्वभाव के ही होते हैं।
शुभ दिनांक : 1, 5, 7, 14, 23
शुभ अंक :1, 2, 3, 5, 9, 32, 41, 50
शुभ वर्ष : 2030, 2032, 2034, 2050, 2059, 2052
ईष्टदेव : देवी महालक्ष्मी, गणेशजी, मां अम्बे।
शुभ रंग :हरा, गुलाबी जामुनी, क्रीम
जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल :
दाम्पत्य जीवन में मधुर वातावरण रहेगा। अविवाहित भी विवाह में बंधने को तैयार रहें। यह वर्ष आपके लिए सफलताओं भरा रहेगा। अभी तक आ रही परेशानियां भी इस वर्ष दूर होती नजर आएंगी। परिवारिक प्रसन्नता रहेगी। संतान पक्ष से खुशखबर आ सकती है। नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए यह वर्ष निश्चय ही सफलताओं भरा रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में प्रगति से प्रसन्नता रहेगी।
आज का राशिफल
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन आपके लिए आनंदमय रहने वाला है। यदि आपको किसी बात को लेकर टेंशन चल रही थी, तो वह भी दूर होगी। परिवार के सदस्य से पारिवारिक लड़ाई-झगड़ों को लेकर आपका मन परेशान रहेगा, जिसका असर आपके कामों पर भी पड़ेगा। आपको अपनी इनकम के साथ-साथ खर्चों पर भी कंट्रोल करने की आवश्यकता है। आपकी किसी बात को लेकर कार्यक्षेत्र में कोई लड़ाई-झगड़े की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। आपके मित्र के रूप में कुछ नए शत्रु उत्पन्न होंगे।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपके लिए किसी पुराने निवेश से लाभ दिलाने वाला रहेगा। ससुराल पक्ष का कोई व्यक्ति आपसे मेल-मिलाप करने आ सकता है। आपको अपने कामों को कल पर टालने से बचना होगा। आप व्यस्त रहने के कारण भी परिवार के सदस्यों के लिए समय निकालने की पूरी कोशिश करेंगे। आपको किसी काम के समय से पूरा न होने से निराशा हाथ लगेगी। बिजनेस में यदि कामों में कोई बदलाव करेंगे, तो वह आपके लिए अच्छे रहेंगे। नौकरी बदलने के प्रयास आपको अच्छी सफलता देंगे।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आपके लिए भौतिक सुख-साधनों में वृद्धि लेकर आने वाला है। आर्थिक मामलों में आपके प्रयास बेहतर रहेंगे। आप अपनी शौक की चीजों पर अच्छा खासा धन व्यय करेंगे। आपकी पद-प्रतिष्ठा बढ़ने से खुशी होगी। आपको अपने किसी परिवार के सदस्य की कोई बात बुरी लग सकती है। आपको किसी दूर रहने पर परिजन से कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। सामाजिक कार्यक्रमों में आपकी छवि खूब निखरेगी।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आपके लिए खर्चों से भरा रहने वाला है। आपको किसी काम को लेकर अकस्मात यात्रा पर जाना पड़ सकता है। बिजनेस कर रहे लोगों को कोई नुकसान होने की संभावना है, इसलिए आप किसी से कोई वादा बहुत ही सोच विचारकर करें। आप छोटे बच्चों के साथ कुछ समय मौज-मस्ती करने में व्यतीत करेंगे। जीवनसाथी को लेकर आप कुछ भविष्य को लेकर योजनाएं बनाएंगे। आप किसी नए वाहन की खरीदारी कर सकते हैं।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
कन्या राशि के जातकों के लिए आज का दिन धन-धान्य में वृद्धि लेकर आने वाला है। आपकी आय बढ़ने से खुशी होंगी। परिवार में किसी सदस्य के विवाह की बात पक्की हो सकती है। आपको किसी नई संपत्ति को खरीदने का सपना पूरा होगा। कला के क्षेत्र में आपकी काफी रुचि रहेगी। रक्त संबंधी रिश्तों में मजबूती आएगी। यदि जीवनसाथी से किसी बात को लेकर खटपट चल रही थी, तो वह भी दूर होगी। आपको अपनी किसी पुरानी गलती के लिए पछतावा होगा।
तुला⚖ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन आपके लिए उन्नति दिलाने वाला रहेगा। नौकरीपेशा लोगों को कामों में अपने सहयोगियों का पूरा सहयोग मिलेगा। प्रेम जीवन जी रहे लोगों को साथी की ओर से कोई गिफ्ट मिल सकता है। ससुराल पक्ष से आपको धन लाभ मिलेगा। विद्यार्थियों को पढ़ाई-लिखाई में ढील देने से बचना होगा। आपको किसी पुरानी गलती से सबक लेना होगा। आपकी सेहत में उतार-चढ़ाव रहने से आप थोड़ा परेशान रहेंगे।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपके लिए मान-सम्मान में वृद्धि लेकर आने वाला है। व्यावसायिक मामलों में आपको किसी अनुभवी व्यक्ति से सलाह मशवरा लेने की आवश्यकता होगी। आपको सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिलेगा। आपका कोई काम पूरा होते-होते रह सकता है, जो आपकी टेंशनों को बढ़ाएगा। आपको किसी से कोई बात बहुत ही सोच समझकर बोलनी होगी। आपके ऊपर जिम्मेदारियां अधिक रहेगी जिस वजह से आप परेशान रहेंगे।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन आपके लिए आनंदमय रहने वाला है। बिजनेस कर रहे लोग अपने टारगेट को पूरा करने की कोशिश करेंगे। नौकरी में आपको कोई बड़ी उपलब्धि मिल सकती है। पिताजी आपको कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकते हैं। संतान पक्ष की ओर से आपको कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। आपके घर किसी अतिथि का आगमन होने से माहौल खुशनुमा रहेगा। आप अपने कामों को कल पर टालने से बचें।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपके लिए मिश्रित रूप से फलदायक रहने वाला है, जो लोग सिंगल हैं, उनके अपने साथी से मुलाकात हो सकती है। वाहनों के प्रयोग से आप सावधान रहें। राजनीति में कार्यरत लोगों को किसी बड़े नेता से मिलने का मौका मिलेगा। आप अपनी संतान की फरमाइश पर शौक की चीजों की खरीदारी करेंगे। आपको कामों के साथ-साथ परिवार के सदस्यों के लिए भी समय निकालना होगा।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपके लिए वाणी और व्यवहार पर संयम रखने के लिए रहेगा। सामाजिक क्षेत्रों में कार्यरत लोगों को कोई बड़ी उपलब्धि मिल सकती है। आपके लिए आज शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करना बेहतर रहेगा। यदि आपका कोई काम लंबे समय से रुका हुआ था, तो वह भी फाइनल हो सकता है। जो विद्यार्थी विदेश जाकर शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं, उनको कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। आपकी संतान से किसी बात को लेकर कहासुनी हो सकती है।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपके लिए आर्थिक दृष्टिकोण से अच्छा रहने वाला है। आपको किसी पुरानी छोड़ी हुई नौकरी का ऑफर आ सकता है। जीवनसाथी के लिए आप किसी नए बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं। आपकी सेहत में यदि कोई समस्या चल रही थी, तो वह भी दूर होगी। आप दान-पुण्य के कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे, जिससे आपको मानसिक शांति मिलेगी। आपको पार्टनरशिप में किसी डील को फाइनल करने से बचना होगा। आपके धन-धान्य में वृद्धि होने से खुशी होगी।
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