🙏🏻 हर हर महादेव🙏🏻
🌞 ~ वैदिक पंचांग ~ 🌞
🌤 दिनांक – 05 फरवरी 2025
🌤 दिन – बुधवार
🌤 विक्रम संवत – 2081
🌤 शक संवत -1946
🌤 अयन – उत्तरायण
🌤 ऋतु – शिशिर ॠतु
🌤 मास – माघ
🌤 पक्ष – शुक्ल
🌤 तिथि – अष्टमी रात्रि 12:35 तक तत्पश्चात नवमी
🌤 नक्षत्र – भरणी रात्रि 08:33 तक तत्पश्चात कृत्तिका
🌤 योग – शुक्ल रात्रि 09:19 तक तत्पश्चात ब्रह्म
🌤 राहुकाल – दोपहर 12:53 से दोपहर 02:17 तक
🌤 सूर्योदय 07:15
🌤 सूर्यास्त – 06:30
👉 दिशाशूल – उत्तर दिशा मे
🚩 व्रत पर्व विवरण – भीषमाष्टमी (भीष्म पितामह श्राद्ध दिवस),बुधवारी अष्टमी (सूर्योदय से रात्रि 12:35 तक)
💥 विशेष- *अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🌷 बुधवारी अष्टमी 🌷
➡ 05 फरवरी 2025 बुधवार को (सूर्योदय से रात्रि 12:35 तक) बुधवारी अष्टमी है ।
👉🏻 मंत्र जप एवं शुभ संकल्प हेतु विशेष तिथि
🙏🏻 सोमवती अमावस्या, रविवारी सप्तमी, मंगलवारी चतुर्थी, बुधवारी अष्टमी – ये चार तिथियाँ सूर्यग्रहण के बराबर कही गयी हैं।
🙏🏻 इनमें किया गया जप-ध्यान, स्नान , दान व श्राद्ध अक्षय होता है। (शिव पुराण, विद्यश्वर संहिताः अध्याय 10)
🌞~वैदिक पंचांग ~🌞
🌷 काम धंधे में सफलता एवं राज योग के लिए
🙏🏻 अगर काम धंधा करते समय सफलता नहीं मिलती हो या विघ्न आते हों तो शुक्ल पक्ष की अष्टमी हो.. बेल के कोमल कोमल पत्तों पर लाल चन्दन लगा कर माँ जगदम्बा को अर्पण करने से …. मंत्र बोले ” ॐ ह्रीं नमः । ॐ श्रीं नमः । ” और थोड़ी देर बैठ कर प्रार्थना और जप करने से राज योग बनता है गुरु मंत्र का जप और कभी कभी ये प्रयोग करें नवरात्रियों में तो खास करें | देवी भागवत में वेद व्यास जी ने बताया है।
💥 विशेष – 05 फरवरी 2025 बुधवार को गुप्त नवरात्रि की माघ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है।
🙏🏻
पूजन में फूलों का महत्व

गणेशजी
को तुलसी छोड़कर सभी पत्र-पुष्प प्रिय हैं! गणपतिजी को दूर्वा अधिक
प्रिय है। अतः सफेद या हरी दूर्वा चढ़ाना चाहिए। दूर्वा की फुनगी में
तीन या पाँच पत्ती होना चाहिए। गणेशजी पर तुलसी कभी न चढ़ाएँ।
पद्मपुराण, आचार रत्न
में लिखा है कि ‘न तुलस्या गणाधिपम्’ अर्थात तुलसी से गणेशजी की पूजा
कभी न की जाए। कार्तिक माहात्म्य में भी कहा है कि ‘गणेश तुलसी पत्र
दुर्गा नैव तु दूर्वाया’ अर्थात गणेशजी की तुलसी पत्र और दुर्गाजी की
दूर्वा से पूजा न करें।
भगवान शंकर पर फूल
चढ़ाने का बहुत अधिक महत्व है। तपः शील सर्वगुण संपन्न वेद में निष्णात
किसी ब्राह्मण को सौ सुवर्ण दान करने पर जो फल प्राप्त होता है, वह शिव
पर सौ फूल चढ़ा देने से प्राप्त हो जाता है।
विष्णु के लिए जो-जो पत्र-पुष्प बताए गए हैं, वे सब भगवान शिव को भी
प्रिय हैं। केवल केतकी (केवड़े) का निषेध है। शास्त्रों ने कुछ फूलों के
चढ़ाने से मिलने वाले फल का तारतम्य बतलाया है।
जैसे दस सुवर्ण दान का
फल एक आक के फूल को चढ़ाने से मिलता है, उसी प्रकार हजार आक के फूलों का
फल एक कनेर से और हजार कनेर के बराबर एक बिल्व पत्र से मिलता है। समस्त
फूलों में सबसे बढ़कर नीलकमल होता है।
फूल सुगंध और सौंदर्य के प्रतीक हैं। हम पूजा के दौरान भगवान को इसी भाव से फूल चढ़ाते हैं कि हमारा जीवन भी सुगंध और सौंदर्य से भरा हो। वैसे तो भगवान भाव के भूखे हैं। लेकिन पूजा विधान में अलग-अलग देवता को अलग-अलग रंग के फूल चढ़ाने की परंपरा है। यह सिर्फ परंपरा ही नहीं है, इसका देवता विशेष के संदर्भ में वैज्ञानिक महत्व भी है। स्वभावत: जिस देवता को जो रंग प्रिय है, हम उस रंग के फूल अर्पित करते हैं तो पूजा सफल होती है। आइए जानें कौन देवता किस रंग के फूल से प्रसन्न होते हैं….
सूर्य: लाल फूल
सूर्य प्रत्यक्ष देवता हैं। पूजा में सूर्य को लाल रंग के फूल चढ़ाने का विधान हैं। सूर्य को लालिमा प्रिय है। वे तेज के पुंज हैं। लाल रंग तेज का प्रतीक है। इसलिए सूर्य पूजा में लाल कनेर, लाल कमल, केसर या पलाश के फूल चढ़ाने का विधान है।
गणेश : लाल फूल
गणेश प्रथम पूज्य हैं। वे मंगलमूर्ति हैं, मंगल के प्रतीक, मंगल करने वाले। गणेश को लाल रंग के फूल प्रिय हैं। लाल रंग मंगल का प्रतीक है। गणेश पूजा में तुलसी दल का निषेध है लेकिन दुर्वा चढ़ाई जाती है। गणेश विराट व्यक्तित्व वाले हैं लेकिन जिस तरह चूहा उनका वाहन है वैसे ही दुर्वा उन्हें प्रिय है। यह इस बात का प्रतीक है कि जितना बड़ा व्यक्तित्व होगा वह बहुत छोटे के प्रति भी अपनत्व का भाव रखेगा। विराट व्यक्तित्व वाले गणेश को घास के तिनकों के रूप में दुर्वा इसी भाव में प्रिय है।
शिव: सफेद फूल
शिव को कनेर, और कमल के अलावा लाल रंग के फूल प्रिय नहीं हैं। सफेद रंग के फूलों से शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं। कारण शिव कल्याण के देवता हैं। सफेद शुभ्रता का प्रतीक रंग है। जो शुभ्र है, सौम्य है, शाश्वत है वह श्वेत भाव वाला है। यानि सात्विक भाव वाला। पूजा में शिव को आक और धतूरा के फूल अत्यधिक प्रिय हैं। इसका कारण शिव वनस्पतियों के देवता हैं। अन्य देवताओं के लिए जो फूल त्याज्य हैं, वे शिव को प्रिय हैं। उन्हें मौलसिरी चढ़ाने का उल्लेख मिलता है। शिव को केतकी और केवड़े के फूल चढ़ाने का निषेध किया गया है।
विष्णु: पीले फूल
विष्णु पीतांबरधारी हैं। पीला रंग उन्हें प्रिय है। सामान्यतया विष्णु पूजा में सभी रंगों के फूल अर्पित किए जाते हैं लेकिन पीतांबरप्रिय होने के कारण पीले रंग का फूल अर्पित करने से वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं। कमल का फूल विष्णु को बहुत प्रिय है।
देवी: लाल और सफेद फूल
लक्ष्मी को लाल और पीले, दुर्गा को लाल और सरस्वती को सफेद रंग के फूल अर्पित करने की परंपरा है। लक्ष्मी सौभाग्य की प्रतीक है अत: लाल रंग प्रिय है। विष्णु की पत्नी होने से वे पीले रंग के फूल से भी प्रसन्न होती हैं। दुर्गा शक्ति की प्रतीक है। लाल रंग शौर्य का रंग है। अत: वे लाल रंग के फूल से प्रसन्न होती हैं। सरस्वती ज्ञान और संगीत की देवी है। शुभ्रता की प्रतीक। उन्हें सफेद रंग के कमल पुष्प अर्पित किए जाते हैं।
भगवान गणेश को गुड़हल
का लाल फूल विशेष रूप से प्रिय होता है। इसके अलावा चाँदनी, चमेली या
पारिजात के फूलों की माला बनाकर पहनाने से भी गणेश जी प्रसन्न होते हैं।
स्कूल जाने वाले सभी बच्चों के अभिभावकों से निवेदन:–

- शाम 8:00 बजे तक टीवी बंद कर दें। टीवी पर आठ बजे के बाद आपके बच्चे से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं होता है।
- अपने बच्चे की स्कूल डायरी देखने के लिए 30-45 मिनट निकालिए। उसके गृहकार्य पूरे कराइए।
- रोज सभी विषयों में उनका प्रदर्शन देखिए। उन विषयों का खास ध्यान रखिए जिसमें वह कमजोर है / अच्छा नहीं कर रहा है।
- उनकी बुनियादी शिक्षा भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
- उन्हें सुबह जल्दी उठने की आदत डालिए 5:00 बजे तक। उन्हें मेडिटेशन ध्यान लगाने का प्रशिक्षण दीजिए।
- अगर आप पार्टी / सामाजिक आयोजन में जाते हैं और बच्चों के साथ इसमें देर रात तक मजे करते हैं तो अगले दिन बच्चे को आराम करने दीजिए (स्कूल मत भेजिए) अगर आप चाहते हैं कि बच्चा अगले दिन स्कूल जाए तो रात 10:00 बजे तक घर लौट आइए।
- अपने बच्चे में पौधे लगाने और उनका ख्याल रखने की आदत का विकास कीजिए।
- सोने के समय अपने बच्चों को पंचतंत्र, अकबर-बीरबल, तेनाली राम आदि शिक्षाप्रद कहानी सुनाइए।
- हर साल गर्मी या सर्दी की छुट्टी में (अपने बजट के अनुसार) कहीं घूमने जाइए। इससे वे अलग लोगों के साथ और अलग जगहों पर रहना सीखते हैं।
- अपने बच्चे की प्रतिभा का पता लगाइए और उसे इसे निखारने में सहायता कीजिए (वह किसी विषय, संगीत, खेल, अभिनय, चित्रांकन, नृत्य आदि में दिलचस्पी रख सकता है)। इससे उसका जीवन आनंददायक हो जाएगा।
- उसे सीखाइए कि प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना चाहिए (कम से कम गर्म चीजें प्लास्टिक में उपयोग न करें)।
- हर रविवार कोशिश कीजिए कि खाने की कोई ऐसी चीज बनाएं जो उन्हें पसंद है। उन्हें इसमें अपनी मदद करने के लिए कहिए। (उन्हें अच्छा लगेगा)
- प्रत्येक बच्चे जन्म से वैज्ञानिक होते हैं उनके पास ढेरों सवाल होते हैं मुमकिन है हम जवाब न दें पर जानकारी न होने के कारण हमें सवाल पर गुस्सा नहीं दिखाना चाहिए। (उत्तर पता करने की कोशिश कीजिए औऱ उन्हें बताइए)
- उन्हें अनुशासन और जीने के बेहतर तरीकों के बारे में बताइए। ( सही गलत के बारे में समझाइए )
- दाखिले के लिए किसी स्कूल के सर्वश्रेष्ठ होने संबंध में निर्णय (कॉरपोरेट स्कूल या परिचितों, पड़ोसियों की सिफारिश या सरकारी स्कूल या कम बजट वाला स्कूल होने के आधार पर मत कीजिए)। सबसे अच्छा स्कूल वह है जो आपके बजट के लिहाज से उपयुक्त हो। भविष्य में आपको बच्चे की शिक्षा पर ज्यादा खर्च करने की जरूरत है। इसलिए आपको आज कुछ पैसे बचाने की जरूरत है। इसके अलावा दूसरे खर्चे तो हैं ही। इसलिए योजना सोच समझकर बनाइए।
- उनमे खुद पढ़ने और सीखने की आदत डालिए।
- उन्हें मोबाइल फोन का उपयोग न करने दिया जाए, आवश्यक होने पर अपनी देखरेख में ही मोबाइल का उपयोग करने दिया जाए।
- बच्चे को अपने काम में सहायता करने के लिए कहिए। (इसमें खाना बनाना, सफाई, चीजों को व्यवस्थित करना शामिल है।)
- और सबसे महत्त्वपूर्ण कि हमें अपने बच्चों को शिक्षा के साथ अच्छे संस्कार भी देने चाहिए ताकि वो जीवन में सफल और सही इन्सान बन सके। हमें अपने अनुभव के आधार पर अपने बच्चों का जीवन सुंदर और स्वस्थ बनाने में उनकी सहायता करना चाहिए। यदि ये पोस्ट सार्थक लगे तो शेयर करे
जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभ आशीष
आप बेहद भाग्यशाली हैं कि आपका जन्म 5 तारीख को हुआ है। 5 का मूलांक भी 5 ही होता है। ऐसे व्यक्ति अधिकांशत: मितभाषी होते हैं। कवि, कलाकार तथा अनेक विद्याओं के जानकार होते हैं। आपमें गजब की आकर्षण शक्ति होती है। आपमें लोगों को सहज अपना बना लेने का विशेष गुण होता है। अनजान व्यक्ति की मदद के लिए भी आप सदैव तैयार रहते हैं।
आपमें किसी भी प्रकार का परिवर्तन करना मुश्किल है। अर्थात अगर आप अच्छे स्वभाव के व्यक्ति हैं तो आपको कोई भी बुरी संगत बिगाड़ नहीं सकती। अगर आप खराब आचरण के हैं तो दुनिया की कोई भी ताकत आपको सुधार नहीं सकती। लेकिन सामान्यत: 5 तारीख को पैदा हुए व्यक्ति सौम्य स्वभाव के ही होते हैं।
शुभ दिनांक : 1, 5, 7, 14, 23
शुभ अंक : 1, 2, 3, 5, 9, 32, 41, 50
शुभ वर्ष : 2030, 2032, 2034, 2050, 2059, 2052
ईष्टदेव : देवी महालक्ष्मी, गणेशजी, मां अम्बे।
शुभ रंग : हरा, गुलाबी, जामुनी, क्रीम
जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल :
दाम्पत्य जीवन में मधुर वातावरण रहेगा। अविवाहित भी विवाह में बंधने को तैयार रहें। व्यापार-व्यवसाय में प्रगति से प्रसन्नता रहेगी। यह वर्ष सफलताओं भरा रहेगा। अभी तक आ रही परेशानियां भी इस वर्ष दूर होती नजर आएंगी। परिवारिक प्रसन्नता रहेगी। संतान पक्ष से खुशखबर आ सकती है। नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए यह वर्ष निश्चय ही सफलताओं भरा रहेगा
🙏🏻आज का राशिफल 🙏🏻
दिनांक : 05 फरवरी 2025
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आपका व्यवहार एक समान नही रहेगा। पल पल में बदलती मनोदशा खुद के साथ अन्य लोगों को भी परेशानी में डालेगी। किसी भी कार्य मे एक बार में निर्णय नही ले सकेंगे। धर्म कर्म अथवा टोन टोटके में रुचि लेंगे। दिन के आरंभिक भाग में घरेलू कार्यो की व्यस्तता रहेगी मध्यान बाद का समय व्यावसायिक गतिविधियों के कारण व्यस्त रहेगा जिसका फल धन लाभ के रूप में अवश्य मिलेगा। व्यवसायी वर्ग कुछ नई योजनाएं बनाएंगे लेकिन अभी इन्हें प्रभाव में ना लाये। पारिवारिक वातावरण किसी ना किसी की नजर अंदाजि के कारण खराब होगा आज संबंधों के प्रति धैर्य एवं तालमेल बनाने की अधिक आवश्यकता है। संध्या पश्चात सेहत नरम होगी प्रत्येक कार्य में अरुचि रहेगी।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन हानिकारक रहेगा। प्रत्येक कार्य मे सावधानी अपेक्षित है। व्यवसाय के साथ घरेलू कार्यो में जल्दबाजी ना करें आर्थिक हानि के प्रबल योग बन रहे है। निराशा में किसी से अभद्र व्यवहार कर सकते है भावनाओ पर नियंत्रण रखें अन्यथा भविष्य में नई परेशानियां खड़ी होंगी। कार्य व्यवसाय किसी कारण से ठप्प हो सकता है। यात्रा में विशेष सावधानी बरतें वाहन अथवा उपकरण से दुर्घटना का भय है। किसी से लेन-देन लो लेकर कहासुनी हो सकती है व्यवहारिकता अपनाए। धन लाभ संध्या के आस-पास मेहनत करने पर ही होगा। गृहस्थ में आपसी मतभेद रहने से उदासीनता रहेगी बाहर समय बिताना अधिक पसंद करेंगे मनोरंजन की योजना अंत समय मे टल सकती है।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपके लिये सम्मानजनक रहेगा। शारीरिक रूप से कुछ कमी रहेगी लेकिन मानसिक रूप से भले बुरे का ध्यान रख कर ही प्रत्येक कार्य को करेंगे। काम-धंधा ज्यादा उम्मीद नही रहेगी लेकिन नए लोगो से पहचान भविष्य के लिये अवश्य लाभ के मार्ग खोलेगी।दोपहर के समय शिथिलता बनेगी परन्तु व्यस्तता के कारण महसूस नही होगी। एक से अधिक क्षेत्र में भाग्य आजमाएंगे। आप संबंधों के प्रति ईमानदारी दिखाएंगे लेकिन बाहर के लोगो के कारण परिजनों की उपेक्षा आपसी मतभेद को जन्म देगी घर के लोगो मे ईर्ष्या की भावना कुछ समय के लिए आपको असहज रखेगी। संध्या के समय थोडी गरमा गर्मी होने के बाद माहौल सामान्य हो जाएगा।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन भी आपके लिए शुभ रहेगा। दिन के आरंभ में दैनिक अथवा घरेलू कार्यो को लेकर व्यस्त रहेंगे इसके बाद व्यावसायिक कारणों से परिश्रम करना पड़ेगा। मेहनत का फल थोड़ी विलम्ब से लेकिन अवश्य मिलेगा। किसी सौदे की बात पक्की होने से व्यवसायी वर्ग प्रसन्न होंगे। नौकरी पेशा लोग जल्दबाजी में कार्य पूर्ण करेंगे जिससे छोटी मोटी भूल हो सकती है लेकिन नुकसानदायी नही रहेगी। परिवार में आज एक साथ कई फरमाइशें मिलने से परेशानी होगी किसी सदस्य द्वारा इसका निराकरण भी शीघ्र ही हो जाएगा। आज अन्य लोगो के कारण आपके मन की इच्छाएं अधूरी रह सकती है। फिजूल खर्ची से बचना होगा।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन प्रातः काल से ही किसी विशेष कार्य को लेकर दौड़-धूप करनी पड़ेगी लेकिन आज की गई मेहनत व्यर्थ नही जाएगी देर अबेर ही सही परिणाम लाभदायक रहेंगे। सरकारी क्षेत्र से आश्चर्यजनक परिणाम मिलने से उत्साह बढेगा लेकिन अधिकारी वर्ग से बना कर रहें अन्यथा परिणाम उल्टे हो सकते है। कार्य क्षेत्र पर आज स्थिति आपकी पकड़ में रहेगी मनचाहा लाभ मिलने से उत्साह वृद्धि होगी। परोपकार की भावना भी बनी रहेगी मांगने वालों को मना नही कर सकेंगे इससे आपको आर्थिक परेशानी भी हो सकती है परन्तु कुछ समय के लिए ही। पारिवारिक जीवन उत्तम रहेगा लेकिन किसी सदस्य की मांग समय पर पूरी ना करने से नाराजगी का सामना करना पड़ेगा। सेहत सामान्य रहेगी।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज दिन के आरम्भ से मध्यान तक शारीरिक शिथिलता के कारण किसी भी कार्य मे उत्साह नही रहेगा कार्य क्षेत्र पर भी अन्य लोगो के भरोसे रहना पड़ेगा। दोपहर बाद सेहत में सुधार आने लगेगा फिर भी ज्यादा परिश्रम वाले कार्य से बचें। व्यावसायिक स्थल पर आज का दिन सुस्त ही रहेगा लेकिन संध्या के समय आकस्मिक लाभ से उत्साहित तो होंगे परंतु खर्च भी आकस्मिक होने से धन संचय नही कर सकेंगे। घर मे आज किसी का स्वास्थ्य बिगड़ने से भाग-दौड़ करनी पड़ेगी। अन्य घरेलू कार्यो में भी दौड़ धूप लगी रहेगी। नौकरी पेशा जातक कुछ समय के लिए प्रतिकूल परिस्थितियों से गुजरेंगे।
तुला⚖ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज घर एवं बाहर का वातावरण आपके अनुकूल रहेगा। ज्यादा मेहनत नही करनी पड़ेगी आज आप जिस किसी का भी पक्ष लेंगे अथवा जो भी निर्णय लेंगे उसमे अवश्य ही जय होगी। काम-धंधा भी अन्य लोगो से बेहतर रहेगा। व्यवसाय में आज लिए निर्णय निकट भविष्य में धन लाभ कराएंगे। आज भी धन लाभ आशानुकूल रहेगा। सरकारी कार्य मध्यान से पहले उलझेंगे इसके बाद करना ही बेहतर रहेगा। नए कार्य आज आरंभ ना करें। नौकरी पेशा जातक लंबी यात्रा की योजना बनाएंगे। पारिवारिक आवश्यकताओं की पूर्ति पर एवं मनोरंजन पर खर्च होगा। घर मे मांगलिक कार्यक्रम की रूप रेखा बनेगी। मामूली बहस हो सकती है।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आप स्वयं निश्चिन्त होकर कार्य करेंगे लेकिन अपने संपर्क में आने वालों को अवश्य परेशानी में डालेंगे। सहकर्मी भी आपसे नाराज रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर दिन का आरंभिक भाग ढीला रहेगा लेकिन मध्यान बाद से रात्रि के बीच में लाभ के कई अवसर मिलेंगे। कुछ कार्य जोड़ तोड़ कर बना लेंगे परन्तु कुछ कार्य आपके अड़ियल रवैये के कारण बीच मे लटक सकते है। व्यवहार की कमी कुछ ना कुछ नुकसान अवश्य कराएगी। विरोधी प्रबल रहेंगे लेकिन आपके सामने आने की हिम्मत नही करेंगे हित शत्रुओ से विशेष सतर्क रहें। घर मे किसी की अनैतिक जिद्दी के आगे झुकना पड़ेगा। संतानो का व्यवहार अनापेक्षित रहने से दुख होगा। फिर भी धन लाभ संतोषजनक एवं जरूरत पड़ने पर हों ही जायेगा।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज आपका व्यक्तित्त्व निखरा रहेगा। अपनी वाणी एवं व्यवहार से प्रभावित कर किसी से भी आसानी से काम निकाल लेंगे। कार्य क्षेत्र पर किसी से किये वादे पूर्ण करने में असमर्थ रहेंगे थोड़ी गरमा गरमी भी होगी फिर भी स्वयं ही शांति से इसका समाधान निकाल लेंगे। आप अपनी भावनाओं को किसी के आगे सांझा करने से कतराएंगे आपसी संबंध को बचाना इसका मूल उद्देश्य रहेगा। लोगों की उद्दंडता को मजबूरन नजरअंदाज करना पड़ेगा। आर्थिक रूप से दिन सामान्य ही रहेगा। खर्च लायक आय आसानी से हो जाएगी। खर्च करने में भी मितव्ययता बरतेंगें। जिस भी कार्य को लेकर निश्चिन्त रहेंगे उसी में विघ्न उपस्थित होगा। गले अथवा छाती संबंधी व्याधि से परेशानी होगी।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपके लिए अशुभ रहेगा। दिन के आरंभ से ही काम आपकी सोच से उल्टे होंगे मन मे नकारात्मक भाव आएंगे। छोटी छोटी बातों पर गुस्सा करने से परिवार का वातावरण भी खराब होगा। परिवार से राहत की उम्मीद लगाना निरर्थक रहेगा। किसी के साथ उदार स्वभाव रखने पर भी बदले में धोखा एवं अपमान ही मिलेगा। घरेलू कलह से बचने के लिए मौन धारण उत्तम उपाय है। धन संबंधित व्यवहार अतिआवश्यक होने पर ही करें आज किसी प्रलोभन के जाल में फंसने से आर्थिक क्षति हो सकती है। व्यवसाय में भी गलत निर्णय हानि का कारण बनेगा। भविष्य को लेकर मन व्याकुल रहेगा। सेहत में उतार चढ़ाव रहने से कार्य मन लगाकर नही कर पाएंगे। रात्रि के समय कुछ शांति मिलेगी।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन बीते कल की अपेक्षा थोड़ा राहत वाला रहेगा। लेकिन आज आपका स्वभाव कुछ गर्म रहेगा। सहकर्मी अथवा परिजनों के काम से असंतुष्ट रहेंगे फिर भी मौन रहने का प्रयास करें अन्यथा अनुकूल बनी परिस्थितियों का लाभ नही उठा सकेंगे। कार्य व्यवसाय में कुछ कमी रहने के बाद भी धन की आमद निश्चित रूप से होगी। भविष्य के लिए भी संचय कर सकेंगे। बीच मे सेहत अवश्य थोड़ी नरम रहेगी फिर भी दैनिक कार्यो पर ज्यादा प्रभाव नही पड़ेगा। नौकरी पेशा जातक दुविधा रहने पर भी कार्य समय से पूर्ण कर लेंगे सहकर्मियों साथ मिलने से मन लगा रहेगा। आज लंबी यात्रा की योजना भी बनेगी। मध्यान बाद पारिवारिक जीवन मे संतुलन स्थापित होगा।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आपके आस पास का वातावरण अस्त-व्यस्त रहेगा कार्य व्यवसाय में भी निश्चितता नही रहेगी परन्तु फिर भी इनसे आपकी मानसिक शांति भंग नही होगी। मानसिक रूप से दृढ़ रहेंगे संतोषी प्रवृति अनैतिक कार्यो से बचायेगी। स्वयं के कार्यो को छोड़ अन्य के काम करने में अनावश्यक भाग-दौड़ करनी पड़ेगी जिससे व्यवसाय के साथ ही घरेलू कार्य भी प्रभावित होंगे विलम्ब होने पर किसी की आलोचना सुननी पड़ेगी। परन्तु सामाजिक सम्मान अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक रहेगा। नौकरी पेशा जातको को विरोधों के बावजूद भी पद प्रतिष्ठा का लाभ मिलेगा। धन लाभ के लिए परिश्रम ज्यादा करना पड़ेगा। घरेलू वातावरण आज अस्त-व्यस्त रहने से असहजता होगी। फिर भी संध्या के बाद का समय आनंद से व्यतीत होगा।
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