🙏🏻 हर हर महादेव🙏🏻
🌞 ~ वैदिक पंचांग ~ 🌞
⛅दिनांक – 7 मार्च 2025
⛅दिन – शुक्रवार
⛅विक्रम संवत् – 2081
⛅अयन – उत्तरायण
⛅ऋतु – बसन्त
⛅मास – फाल्गुन
⛅पक्ष – शुक्ल
⛅तिथि – अष्टमी सुबह 09:18 तक तत्पश्चात नवमी
⛅नक्षत्र – मृगशिरा रात्रि 11:32 तक तक तत्पश्चात आर्द्रा
⛅योग – प्रीति शाम 06:15 तक तत्पश्चात आयुष्मान्
⛅राहु काल – सुबह 11:22 से दोपहर 12:51 तक
⛅सूर्योदय – 06:59
⛅सूर्यास्त – 06:41
⛅दिशा शूल – पश्चिम दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:18 से 06:07 तक
⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:27 से दोपहर 01:14 तक
⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:26 मार्च 08 से रात्रि 01:15 मार्च 08 तक
⛅व्रत पर्व विवरण – मासिक दुर्गाष्टमी
⛅ विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है व नवमी को लौकी खाना गौमाँस के समान त्याज्य है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
होलिका दहन, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार

🙏🏻 फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होलिका दहन किया जाता है। इस बार ये पर्व 13 मार्च, गुरुवार को (होलिका दहन) है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार,इस दिन किए गए उपाय बहुत ही जल्दी शुभ फल प्रदान करते हैं। आज हम आपको होली पर किए जाने वाले ऐसे ही अचूक उपायों के बारे में बता रहे हैं,जो इस प्रकार हैं-
🙏🏻 1.होली की रात सरसों के तेल का चौमुखी दीपक घर के मुख्य द्वार पर लगाएं व उसकी पूजा करें। इसके बाद भगवान से सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें। इस प्रयोग से हर प्रकार की बाधा का निवारण होता है।
🙏🏻 2.यदि व्यापार या नौकरी में उन्नति न हो रही हो,तो 21 गोमती चक्र लेकर होलिका दहन की रात में शिवलिंग पर चढ़ा दें। इससे बिजनेस में फायदा होने लगेगा।
🙏🏻 3.होली पर किसी गरीब को भोजन अवश्य कराएं। इससे आपकी मनोकामना पूरी होगी।
🙏🏻 4. यदि राहु के कारण परेशानी है तो एक नारियल का गोला लेकर उसमें अलसी का तेल भरें। उसी में थोड़ा सा गुड़ डालें और इस गोले को जलती हुई होलिका में डाल दें। इससे राहु का बुरा प्रभाव समाप्त हो जाएगा।
🙏🏻 5. धन हानि से बचने के लिए होली के दिन घर के मुख्य द्वार पर गुलाल छिड़कें और उस पर दोमुखी दीपक जलाएं। दीपक जलाते समय धन हानि से बचाव की कामना करें। जब दीपक बुझ जाए तो उसे होली की अग्नि में डाल दें। यह क्रिया श्रद्धापूर्वक करें, धन हानि नहीं होगी।
🙏🏻 6. घर की सुख-समृद्धि के लिए परिवार के प्रत्येक सदस्य को होलिका दहन में घी में भिगोई हुई दो लौंग, एक बताशा और एक पान का पत्ता अवश्य चढ़ाना चाहिए। साथ ही होली की 11 परिक्रमा करते हुए होली में सूखे नारियल की आहुति देनी चाहिए।
🙏🏻 7. अगर किसी ने आप पर कोई टोटका किया है तो होली की रात जहां होलिका दहन हो, उस जगह एक गड्ढा खोदकर उसमें 11 अभिमंत्रित कौड़ियां दबा दें। अगले दिन कौड़ियों को निकालकर अपने घर की मिट्टी के साथ नीले कपड़े में बांधकर बहते जल में प्रवाहित कर दें। जो भी तंत्र क्रिया आप पर किसी ने की होगी वह नष्ट हो जाएगी।
🙏🏻 8. यदि आपके घर में किसी भूत-प्रेत का साया है तो जब होली जल जाए, तब आप होलिका की थोड़ी-सी अग्नि अपने घर ले आएं और अपने घर के आग्नेय कोण में उस अग्नि को तांबे या मिट्टी के पात्र में रखें। सरसों के तेल का दीपक जलाएं। इस उपाय से आपकी परेशानी दूर हो जाएगी।
🙏🏻 9. बेरोजगार हैं तो होली की रात 12 बजे से पहले एक नींबू लेकर चौराहे पर जाएं और उसके चार टुकड़े कर चारों दिशाओं में फेंक दें। वापिस घर आ जाएं किन्तु ध्यान रहे, वापिस आते समय पीछे मुड़कर न देखें।
🙏🏻 10. यदि आपका पैसा कहीं फंसा है तो होली के दिन 11 गोमती चक्र हाथ में लेकर जलती हुई होलिका की 11 बार परिक्रमा करते हुए धन प्राप्ति की प्रार्थना करें..फिर एक सफेद कागज पर उस व्यक्ति का नाम लाल चन्दन से लिखें जिससे पैसा लेना है फिर उस सफेद कागज को 11 गोमती चक्र के साथ में कहीं गड्ढा खोदकर दबा दें। इस प्रयोग से धन प्राप्ति की संभावना बढ़ जाएगी।
🙏🏻 11. यदि आपको कोई अज्ञात भय रहता है तो होली पर एख सूखा जटा वाला नारियल, काले तिल व पीली सरसों एक साथ लेकर उसे सात बार अपने सिर के ऊपर उतार कर जलती होलिका में डाल देने से अज्ञात भय समाप्त हो जाएगा।
🙏🏻 12. होलिका दहन के दूसरे दिन होलिका की राख को घर लाकर उसमें थोड़ी सी राई व नमक मिलाकर रख लें। इस प्रयोग से भूत-प्रेत या नजर दोष से मुक्ति मिलती है।
🙏🏻 13. शत्रुओं से छुटकारा पाने के लिए होलिका दहन के समय 7 गोमती चक्र लेकर भगवान से प्रार्थना करें कि आपके जीवन में कोई शत्रु बाधा न डालें। प्रार्थना के पश्चात पूर्ण श्रद्धा व विश्वास के साथ गोमती चक्र जलती हुई होलिका में डाल दें।
🙏🏻 14. शीघ्र विवाह के लिए होली के दिन किसी शिव मंदिर जाएं और अपने साथ 1 साबुत पान, 1 साबुत सुपारी एवं हल्दी की गांठ रख लें। पान के पत्ते पर सुपारी और हल्दी की गांठ रखकर शिवलिंग पर अर्पित करें। इसके बाद पीछे देखे बिना अपने घर लौट आएं। यही प्रयोग अगले दिन भी करें। इसके साथ ही समय-समय पर शुभ मुहूर्त में यह उपाय करते रहें । जल्दी ही विवाह के योग बन जाएंगे।
🙏🏻 15. होली से शुरू करके बजरंग बाण का 40 दिन तक नियमित पाठ करने से हर मनोकामना पूर्ण हो सकती है।
🔹सीजेरियन ऑपरेशन से कैसे बचें ?🔹
🔸किसी को सिजेरियन करवाने की नौबत आ गयी हो और डॉक्टरों ने बोला हो प्रसूति ऐसे नहीं हो सकती, तो 10 ग्राम गोबर का रस लेके ॐ जम्भला, जम्भला, जम्भला… इस मंत्र का जप करके पिला दो तो सामान्य प्रसूति होगी, कोई माइनर या मेजर ऑपरेशन कराने की जरूरत नहीं ।
🔹स्वास्थ्यवर्धक प्राकृतिक उपाय🔹
🔸 एक नींबू और तुलसी के ३० पत्तों का रस निकाल के एक गिलास पानी के साथ कभी-कभी पियो तो तबीयत बढ़िया रहेगी । नींबू और तुलसी रोगप्रतिकारक शक्ति बढ़ाते हैं । (रविवार को यह प्रयोग न करें ।)
🔸जिनका शरीर मोटा है अथवा पेट छाती से बाहर है उनको २५ मि.ली. ताजा गोमूत्र (७ बार व पड़छन करके) या संजीवनी रस ,अथवा गोमूत्र अर्क थोड़ा-सा पानी मिलाकर उपयोग करना चाहिए । इससे पेट की खराबियाँ गायब हो जायेंगी । कफ जम जाने से साँस लेने में तकलीफ हो तो भी यह फायदा करेगा, मधुमेह (diabetes) में भी चमत्कारिक लाभ होगा, और भी न जाने कितनी सारी बीमारियों से पीड़ित लोगों को नयी तंदुरुस्ती प्रदान की है संजीवनी रस और गोमूत्र अर्क ने ।
🌷 घमौरियों हों तो 🌷
· 🌿 नीम के १० ग्राम फूल व थोड़ी मिश्री पीसकर पानी में मिला के खाली पेट पी लें | इससे घमौरियाँ शीघ्र गायब हो जायेंगी |
🍏· नारियल तेल में नींबू-रस मिलाकर लगाने से घमौरियाँ गायब हो जाती हैं ।
🌿 मुलतानी मिट्टी लगा के कुछ मिनट बाद स्नान करने से गर्मी और घमौरियों का शमन होता है |
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कर्म भोगने ही पड़ेंगे इस जन्म या अगले जन्म – कथा
एक राजा बड़ा धर्मात्मा, न्यायकारी और परमेश्वर का भक्त था। उसने ठाकुरजी का मंदिर बनवाया और एक ब्राह्मण को उसका पुजारी नियुक्त किया । वह ब्राह्मण बड़ा सदाचारी, धर्मात्मा और संतोषी था। वह राजा से कभी कोई याचना नहीं करता था, राजा भी उसके स्वभाव पर बहुत प्रसन्न था। उसे राजा के मंदिर में पूजा करते हुए बीस वर्ष गुजर गये। उसने कभी भी राजा से किसी प्रकार का कोई प्रश्न नहीं किया ।
राजा के यहाँ एक लड़का पैदा हुआ। राजा ने उसे पढ़ा लिखाकर विद्वान बनाया और बड़ा होने पर उसकी शादी एक सुंदर राजकन्या के साथ करा दी। शादी करके जिस दिन राजकन्या को अपने राजमहल में लाये उस रात्रि में राजकुमारी को नींद न आयी । वह इधर-उधर घूमने लगी जब अपने पति के पलंग के पास आयी तो क्या देखती है कि हीरे जवाहरात जड़ित मूठेवाली एक तलवार पड़ी है ।
जब उस राजकन्या ने देखने के लिए वह तलवार म्यान में से बाहर निकाली, तब तीक्ष्ण धारवाली और बिजली के समान प्रकाशवाली तलवार देखकर वह डर गयी व डर के मारे उसके हाथ से तलवार गिर पड़ी और राजकुमार की गर्दन पर जा लगी । राजकुमार का सिर कट गया और वह मर गया ।
राजकन्या पति के मरने का बहुत शोक करने लगी । उसने परमेश्वर से प्रार्थना की कि ‘हे प्रभु ! मुझसे अचानक यह पाप कैसे हो गया ? पति की मृत्यु मेरे ही हाथों हो गयी । आप तो जानते ही हैं, परंतु सभा में मैं सत्य न कहूँगी क्योंकि इससे मेरे माता-पिता और सास-ससुर को कलंक लगेगा तथा इस बात पर कोई विश्वास भी न करेगा ।’
प्रातःकाल में जब पुजारी कुएँ पर स्नान करने आया तो राजकन्या ने उसको देखकर विलाप करना शुरु किया और इस प्रकार कहने लगीः “मेरे पति को कोई मार गया ।” लोग इकट्ठे हो गये और राजा साहब आकर पूछने लगेः “किसने मारा है ?”
वह कहने लगीः “मैं जानती तो नहीं कि कौन था । परंतु उसे ठाकुरजी के मंदिर में जाते देखा था” राजा समेत सब लोग ठाकुरजी के मंदिर में आये तो ब्राह्मण को पूजा करते हुए देखा ।
उन्होंने उसको पकड़ लिया और पूछाः “तूने राजकुमार को क्यों मारा ?”
ब्राह्मण ने कहाः “मैंने राजकुमार को नहीं मारा । मैंने तो उनका राजमहल भी नहीं देखा है । इसमें ईश्वर साक्षी हैं। बिना देखे किसी पर अपराध का दोष लगाना ठीक नहीं ।”
ब्राह्मण की तो कोई बात ही नहीं सुनता था। कोई कुछ कहता था तो कोई कुछ…. राजा के दिल में बार-बार विचार आता था कि यह ब्राह्मण निर्दोष है परंतु बहुतों के कहने पर राजा ने ब्राह्मण से कहाः,
“मैं तुम्हें प्राणदण्ड तो नहीं देता लेकिन जिस हाथ से तुमने मेरे पुत्र को तलवार से मारा है, तेरा वह हाथ काटने का आदेश देता हूँ ।”
ऐसा कहकर राजा ने उसका हाथ कटवा दिया । इस पर ब्राह्मण बड़ा दुःखी हुआ और राजा को अधर्मी जान उस देश को छोड़कर विदेश में चला गया । वहाँ वह खोज करने लगा कि कोई विद्वान ज्योतिषी मिले तो बिना किसी अपराध के हाथ कटने का कारण उससे पूछूँ ।
किसी ने उसे बताया कि काशी में एक विद्वान ज्योतिषी रहते हैं। तब वह उनके घर पर पहुँचा । ज्योतिषी कहीं बाहर गये थे, उसने उनकी धर्मपत्नी से पूछाः “माताजी ! आपके पति ज्योतिषीजी महाराज कहाँ गये हैं ?”
तब उस स्त्री ने अपने मुख से अयोग्य, असह्य दुर्वचन कहे, जिनको सुनकर वह ब्राह्मण हैरान हुआ और मन ही मन कहने लगा कि “मैं तो अपना हाथ कटने का कारण पूछने आया था, परंतु अब इनका ही हाल पहले पूछूँगा ।”
इतने में ज्योतिषी आ गये। घर में प्रवेश करते ही ब्राह्मणी ने अनेक दुर्वचन कहकर उनका तिरस्कार किया । परंतु ज्योतिषीजी चुप रहे और अपनी स्त्री को कुछ भी नहीं कहा। तदनंतर वे अपनी गद्दी पर आ बैठे । ब्राह्मण को देखकर ज्योतिषी ने उनसे कहाः “कहिये, ब्राह्मण देवता ! कैसे आना हुआ ?”
“आया तो था अपने बारे में पूछने के लिए परंतु पहले आप अपना हाल बताइये कि आपकी पत्नी अपनी जुबान से आपका इतना तिरस्कार क्यों करती है ? जो किसी से भी नहीं सहा जाता और आप सहन कर लेते हैं, इसका कारण है ?”
“यह मेरी स्त्री नहीं, मेरा कर्म है । दुनिया में जिसको भी देखते हो अर्थात् भाई, पुत्र, शिष्य, पिता, गुरु, सम्बंधी – जो कुछ भी है, सब अपना कर्म ही है । यह स्त्री नहीं, मेरा किया हुआ कर्म ही है, और यह भोगे बिना कटेगा नहीं।
‘अपना किया हुआ जो भी कुछ शुभ-अशुभ कर्म है, वह अवश्य ही भोगना पड़ता है । बिना भोगे तो सैंकड़ों-करोड़ों कल्पों के गुजरने पर भी कर्म नहीं टल सकता ।’ इसलिए मैं अपने कर्म खुशी से भोग रहा हूँ और अपनी स्त्री की ताड़ना भी नहीं करता, ताकि आगे इस कर्म का फल न भोगना पड़े ।”
“महाराज ! आपने क्या कर्म किया था ?”
“सुनिये, पूर्वजन्म में मैं कौआ था और मेरी स्त्री गधी थी। इसकी पीठ पर फोड़ा था, फोड़े की पीड़ा से यह बड़ी दुःखी थी और कमजोर भी हो गयी थी, फोड़े में कीड़े पड़ गये जिन्हें खाने के लिये मैं इसके फोड़े में चोंच मारकर खा लेता । इससे जब दर्द के कारण यह कूदती थी आखिर त्रस्त होकर यह गाँव से दस-बारह मील दूर जंगल में चली गयी । वहाँ भी इसे देखते ही मैं इसकी पीठ पर जोर-से चोंच मारी तो मेरी चोंच इसकी हड्डी में चुभ गयी । इस पर इसने अनेक प्रयास किये, फिर भी चोंच न छूटी । मैंने भी चोंच निकालने का बड़ा प्रयत्न किया मगर न निकली । ‘पानी के भय से ही यह दुष्ट मुझे छोड़ेगा ।’ ऐसा सोचकर यह गंगाजी में प्रवेश कर गयी परंतु वहाँ भी मैं अपनी चोंच निकाल न पाया। आखिर में यह बड़े प्रवाह में प्रवेश कर गयी । गंगा का प्रवाह तेज होने के कारण हम दोनों बह गये और बीच में ही मर गये। तब गंगा जी के प्रभाव से यह तो ब्राह्मणी बनी और मैं बड़ा भारी ज्योतिषी बना । अब वही मेरी स्त्री हुई । जो कुछ दिनों और अपने मुख से गाली निकालकर मुझे दुःख देगी, लेकिन मैंने चोंच इसको दर्द पहुंचाने के लिये नहीं मारी थी, अतः इसकी समझ भी ठीक होगी और मैं भी अपने पूर्वकर्मों का फल समझकर सहन करता रहूँगा, इसका दोष नहीं मानता क्योंकि यह किये हुए कर्मों का ही फल है । इसलिए मैं शांत रहता हूँ और प्रतिक्षा में हूँ कि कभी तो इसका स्वभाव अच्छा होगा !! अब अपना प्रश्न पूछो ? “
ब्राह्मण ने अपना सब समाचार सुनाया और पूछाः “अधर्मी पापी राजा ने मुझ निरपराध का हाथ क्यों कटवाया ?”
ज्योतिषीः “राजा ने आपका हाथ नहीं कटवाया, आपके कर्म ने ही आपका हाथ कटवाया है ।”
“किस प्रकार ?”
“पूर्वजन्म में आप एक तपस्वी थे और राजकन्या गौ थी तथा राजकुमार कसाई था । वह कसाई जब गौ को मारने लगा, तब गौ बेचारी जान बचाकर आपके सामने से जंगल में भाग गयी । पीछे से कसाई आया और आप से पूछा कि “इधर कोई गाय तो नहीं गई है ?”
आपने जिस तरफ गौ गयी थी, उस तरफ आपने हाथ से इशारा किया तो उस कसाई ने जाकर गौ को मार डाला । इतने में जंगल से शेर आया और गौ एवं कसाई दोनों को खा गया । कसाई को राजकुमार और गौ को राजकन्या का जन्म मिला एवं पूर्वजन्म के किये हुए उस कर्म ने एक रात्रि के लिए उन दोनों को इकट्ठा किया । क्योंकि कसाई ने गौ को हंसिये से मारा था, इसी कारण राजकन्या के हाथों अनायास ही तलवार गिरने से राजकुमार का सिर कट गया और वह मर गया। इस तरह अपना फल देकर कर्म निवृत्त हो गया । तुमने जो हाथ का इशारा रूप कर्म किया था, उस पापकर्म ने तुम्हारा हाथ कटवा दिया है । इसमें तुम्हारा ही दोष है किसी अन्य का नहीं, ऐसा निश्चय कर सुखपूर्वक रहो ।”
कितना सहज है ज्ञानयुक्त जीवन ! यदि हम इस कर्म सिद्धान्त को मान लें और जान लें तो पूर्वकृत घोर से घोर कर्म का फल भोगते हुए भी हम दुःखी नहीं होंगे, बल्कि अपने चित्त की समता बनाये रखने में सफल होंगे ।
*आज का राशिफल*
*मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)*
*आज का दिन आपके लिए व्यस्तता भरा रहने वाला है। आपको कुछ मौसमी बीमारियां अपनी चपेट में ले सकती हैं। ससुराल पक्ष के किसी व्यक्ति से आप कोई जरूरी जानकारी शेयर नहीं करनी है। पारिवारिक समस्याओं फिर से सिर उठाएंगी। वरिष्ठ सदस्य आपको काम को लेकर कोई सलाह दे सकते हैं। आपको किसी पुरानी नौकरी का ऑफर आने से आप तुरंत उसे ज्वाइन ना करें। आपको अपने कामों को कल पर टालने से बचना होगा।*
*वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
*आज का दिन आपके लिए सोच समझकर कामों को करने के लिए रहेगा। आपने यदि किसी पर आंखों मूंदकर भरोसा किया, तो इससे आपको कोई नुकसान हो सकता है। आपको अपने कामों को लेकर धैर्य व संयम रखने की आवश्यकता है। परस्पर सहयोग की भावना आपके मन में बनी रहेगी। विद्यार्थी यदि किसी परीक्षा में भाग लेंगे, तो उसमें उन्हें जीत मिलेगी। पारिवारिक समस्याएं आपको परेशान करेंगी। आप संतान को लेकर कहीं पिकनिक आदि पर जा सकते हैं।*
*मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)*
*आज का दिन आपके लिए समस्याओं से भरा रहने वाला है। आपके घर किसी नए मेहमान का आगमन हो सकता है। प्रेम जीवन जी रहे लोग यदि रिश्ते में नयापन ला सके, तो आपके लिए बेहतर रहने वाला है। आपके विरोधी सक्रिय रहेंगे, जो आपको परेशान करने की कोशिश करेंगे। आपको किसी काम में जोखिम चल रहा था, तो उससे आपको बचना होगा। संतान की नौकरी को लेकर आपको टेंशन रहने वाली है।*
*कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
*आज का दिन आपके लिए मंगलमय रहने वाला है। कार्यक्षेत्र में आप किसी नए प्रोजेक्ट की शुरुआत कर सकते हैं। आपको यदि कामों में कुछ कठिनाइयां आ रही थीं, तो वो भी दूर होंगी। जीवनसाथी का आपको पूरा सपोर्ट मिलेगा। आपको किसी विपरीत परिस्थिति में धैर्य बनाए रखने की आवश्यकता है। संतान पक्ष की ओर से आपको कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। आप अपनी किसी मन की इच्छा को लेकर माताजी से बातचीत कर सकते हैं।*
*सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
*आज का दिन आपके लिए जिम्मेदारी से भरा रहने वाला है। आपके लंबे समय से रुके हुए काम पूरे होंगे। आपको अपने कामों को लेकर प्लानिंग करने की आवश्यकता है। मार्केटिंग से जुड़े लोगों को थोड़ा सावधान रहना होगा। आपको किसी पारिवारिक मामले को घर से बाहर नहीं जाने देना है। कुछ नया करने की कोशिश आपकी रंग लाएगी। आप अपने बिजनेस को विदेशों तक लेकर जाने की कोशिश में कामयाब रहेंगे। पार्टनरशिप में आप किसी नए काम की शुरुआत करने की प्लानिंग कर सकते हैं।*
*कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
*आज आपको किसी की कोई बात बुरी लगने से आपका मन परेशान रहेगा। आपके कुछ विरोधी बढ़ सकते हैं। आपके अनचाहे खर्च आपको परेशान करेंगे। दांपत्य जीवन आनंदमय रहेगा। पुराने कर्जों से भी आपको छुटकारा मिलेगा। आपकी किसी से कोई बात बिगड़ सकती है। प्रेम जीवन जी रहे लोग साथी को परिवार के सदस्यों से मिलवा सकते हैं। आपको पढ़ाई-लिखाई में एकाग्र होकर जुटना होगा।*
*तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
*आज का दिन आपके लिए सावधान रहने के लिए रहेगा। आप अपने खर्चों को भी थोड़ा कंट्रोल करने की कोशिश करें। आप किसी से बहसबाजी ना करें। परिवार में चल रही समस्याएं आपको परेशान करेंगी। आपको कोई पुराना लेनदेन चुकता होगा। आपकी कोई प्रिय वस्तु खो गई थी, तो वह आपको मिल सकती है। किसी यात्रा पर जाते समय आपको वाहनों का प्रयोग सावधान रहकर करना होगा। आपने यदि किसी प्रॉपर्टी में इन्वेस्टमेंट किया था, तो उससे आपको अच्छा लाभ मिलने की संभावना है।*
*वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
*आज का दिन आपके लिए मिश्रित रूप से फलदायक रहने वाला है। भाई-बहनों का आपका पूरा साथ मिलेगा। आपको किसी धार्मिक आयोजन में सम्मिलित होने का मौका मिलेगा। आप अपने घर के कामों में लापरवाही कर सकते हैं। यदि आपके पास कुछ पुराना कर्जा था, तो उसे भी आप उतारने की पूरी कोशिश करेंगे। आपको किसी पुराने मित्र से लंबे समय बाद मिलकर खुशी होगी। घूमने-फिरने के दौरान आपकी किसी खास व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है।*
*धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)*
*आज का दिन आपके लिए किसी नए बिजनेस की शुरुआत करने के लिए अच्छा रहेगा। ससुराल पक्ष के किसी व्यक्ति से आपको धन लाभ मिलता दिख रहा है। आपको काम को लेकर टेंशन अधिक रहेगी। आप कहीं घूमने जाने की प्लानिंग कर सकते हैं। परिवार में किसी सदस्य से यदि खटपट हो, तो आपको उसे समय रहते निपटाने की कोशिश करनी होगी। विद्यार्थियों की किसी नए कोर्स के प्रति रुचि जागृत हो सकती है।*
*मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)*
*आज का दिन आपके लिए ऊर्जावान रहने वाला है। आपके कामों में आपके सहयोगी पूरा साथ देंगे और किसी काम को आप समय से आसानी से पूरा कर पाएंगे। राजनीति में कार्यरत लोगों को किसी बड़े पद की प्राप्ति होने से खुशी होगी। आप अपने आवश्यक कामों का समय से निपटाने की कोशिश करेंगे। रचनात्मक कार्यों में आपकी रुचि रहेगी। गृहस्थ जीवन में चल रही समस्याओं से छुटकारा मिलेगा। आपकी सेहत में कुछ उतार-चढ़ाव रहने की संभावना है।*
*कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
*आज का दिन आपके लिए अनुकूल रहने वाला है। आपके चारों ओर का वातावरण खुशनुमा रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपके सुझावों का स्वागत होगा। आपकी आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर रहेगी। आप किसी मनपसंद जगह घूमने जा सकते हैं। मित्रों के साथ कोई पार्टी आदि को करने की योजना बनाएंगे। आपको किसी काम को लेकर जल्दबाजी नहीं दिखानी है। आपको किसी पुरानी गलती से सबक लेना होगा। संतान को तरक्की करते देखकर आपको खुशी होगी।*
*मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
*आज नौकरी में कार्यरत लोगों को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, उनके कामों में कुछ गड़बड़ी निकल सकती है। आपको संतान के करियर को लेकर भी टेंशन रहेगी। प्रेम जीवन जी रहे लोगों में एक नई ऊर्जा का संचार होगा। आपको किसी दूर रह रहे परिजन की याद सता सकती हैं। आपका मन परेशान रहेगा, इसलिए आप भगवान की भक्ति में मन लगाएंगे, तो आपके लिए बेहतर रहने वाला है। आपको धन को लेकर टेंशन बनी रहेगी।*
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